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मुझे मेरा सुरूर , बरक़रार चाहिये ,
दिलदार चाहिये , मुझे प्यार चाहिये ।

तू रहे ना रहे , ज़िन्दगी में मेरी ,
मुझे प्यार का तेरे , इक़रार चाहिये ।

ग़र कभी देख ले , भूले से तू मुझे ,
मुझे पहली नज़र का , ख़ुमार चाहिये ।

चूमा था जो तुझे , उस घड़ी उस पहर ,
वो घड़ी आज वापस , मेरे यार चाहिये ।

जीते हैं सब यहाँ , इस जनम के लिये ,
मुझे तू हर जनम , हर बार चाहिये ।

रवि ; दिल्ली : १ जून २०१३