फ़ुरसत ना उनको जफ़ा से , ना हमको वफ़ा मिली ,
जब भी मिली ये ज़िन्दगी , थोड़ी सी ख़फ़ा मिली !

रवि ; दिल्ली : ३१ अगस्त २०१३